हैवेल्स इंडिया लिमिटेड, देश की प्रमुख फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स (एफएमईजी) कंपनी ने आज घोषणा की कि कंपनी क्षतिपूर्ति प्रक्रिया के माध्यम से अपने वैक्सीनेशन प्रोग्राम के अंतर्गत भारत में 18 वर्ष से अधिक उम्र के अपने सभी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कार्यरत कर्मचारियों के कोविड-19 वैक्सीनेशन का खर्च उठाएगी।
इस प्रयास के बारे में श्री वी कृष्णन, सीएचआरओ हैवेल्स ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हर आयुसमूह के लोगों पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसलिए, पूरे हैवेल्स परिवार की सेहत की देखभाल करना और खयाल रखना बेहद ज़रूरी है। लोगों को सबसे अधिक प्राथमिकता देने के हमारे सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए हमें अपने वैक्सीनेशन प्रोग्राम में 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैवेल्स के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर्मचारियों को शामिल करने की खुशी है। वैक्सीनेशन प्रोग्राम को गति देने के लिए हम अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्यसेवा प्रदाताओं के साथ गठजोड़ करने की योजना बनाने के अंतिम चरण में हैं, ताकि हमारे सभी ऑन-रोल और कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारियों के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया में तेज़ी लाई जा सके। हम इस लक्ष्य को हासिल करने के प्रति प्रतिबद्ध हैं और इस महामारी का मुकाबला करने में देश के प्रयास में अपना योगदान देना चाहते हैं।“
हाल ही में, हैवेल्स ने बेहतरीन वैक्सीनेशन प्रोग्राम का संचालन किया और अपनी सभी 13 विनिर्माण इकाइयों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 95 फीसदी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से
कार्यरत कर्मचारियों का सफलतापूर्वक वैक्सीनेशन कराया। इसके लिए ऑन साइट कैंप और स्थानीय अस्पतालों के साथ तालमेल कर किया गया। वैक्सीनेशन के स्टेटस की जांच करने और अलग-अलग जगह के कर्मचारियों की सेहत की जानकारी के लिए एक क्रॉस फंक्शनल टीम भी बनाई गई ताकि समय से उन तक मदद पहुंचाई जा सके।
पिछले साल से ही हैवेल्स ने महामारी और लॉकडाउन के दौरान अपने कर्मचारियों की मानसिक और शारीरिक सेहत का ध्यान रखने के लिए भी कई प्रयास किए हैं। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए कंपनी ने टैक्नोलॉजी की मदद से जहां तक संभव हो सका, कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम मॉडल लागू किया। कर्मचारियों का संपूर्ण विकास जारी रहे इसके लिए कंपनी अब तक कर्मचारियों के लिए 10,000 मानव घंटे का प्रशिक्षण दे चुकी है। यह प्रशिक्षण सॉफ्ट स्किल्स को बेहतर बनाने, कुशलताएं बेहतर करने और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर दिया गया।