एचडीएफसी बैंक के चीफ इकोनोमिस्ट, अभीक बरूआ ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा घोषित मौद्रिक नीति की सराहना करते हुऐ, अपनी टिप्पणी में कहा, कि आज का पॉलिसी डिसीज़न ब्राण्ड बाजार को सुक्ष्म रूप से आगे बढ़ाने में सहायक होगा, क्योंकि यह मोटे तौर पर उम्मीदों के अनुरूप था। वर्ष 2023 में दरों की कटौती में जो भी उम्मीदें बनी थी, एक बार के लिये आगे बढ़ गई है।
नीति दर और रुख दोनों को अपरिवर्तित रखते हुऐ केन्द्रीय बैंक ने आज यथास्थिति नीति की घोषणा की। आरबीआई ने अपनी पहली तिमाही के विकास पूर्वानुमान को आठ प्रतिशत पर संशोधित करते हुऐ अपने वार्षिक पूर्वानुमान की 6.5 प्रतिशत के स्तर पर बनाये रखा जो कि हमारें 6-6.2 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है।
मुद्रास्फीति पर केंद्रीय बैंक ने भविष्य के प्रक्षेपवक्र पर सतर्क रहते हुए मुद्रास्फीति के दबावों में निकट अवधि में कमी को स्वीकार किया। केंद्रीय बैंक ने अपने मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान को केवल 5.1% तक कम कर दिया और मानसून के मौसम के दौरान मौसम संबंधी गड़बड़ी के कारण किसी भी खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के लिए बफर में निर्माण किया जा रहा है। यदि वास्तव में ये जोखिम समाप्त नहीं होते हैं, तो मुद्रास्फीति आरबीआई के अनुमानों की तुलना में कम हो सकती है, जिससे बाद के संचार और अधिक कठोर हो जाएंगे।