Tuesday, November 11, 2025

कोसोल एनर्जी ने बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम, ग्रीन हाइड्रोजन एवं ग्रीन अमोनिया उद्योग में प्रवेश की घोषणा की

गुजरात स्थित अग्रणी वैश्विक सौर मॉड्यूल निर्माता कोसोल एनर्जी ने बैटरी ऊर्जा स्टोरेज सिस्टम (BESS), ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया क्षेत्रों में बड़े रणनीतिक विस्तार की घोषणा की है। यह विविधीकरण कंपनी की व्यापक स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो बनाने की प्रतिबद्धता और भारत के महत्वाकांक्षी नेट-जीरो लक्ष्यों को समर्थन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कंपनी अपनी वर्तमान विनिर्माण क्षमता 3.1 GW से बढ़ाकर 8.1 GW तक FY 2027 तक करने की योजना बना रही है। यह विस्तार कोसोल एनर्जी की दीर्घकालिक दृष्टि का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत भारत के 2030 तक 500 GW नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य में अहम योगदान देना शामिल है।

कोसोल एनर्जी के सीएमडी कलपेश कलथिया ने कहा, “यह उपलब्धि हमारे इस विश्वास को मजबूत करती है कि गुणवत्ता और निरंतरता ही बड़े प्रभाव तक पहुँचने का मार्ग है। जैसे-जैसे भारत अपने नेट-जीरो लक्ष्यों की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है, कोसोल एनर्जी गर्व के साथ राष्ट्र की सौर रीढ़ बनने में एक विश्वसनीय भागीदार है—मॉड्यूल दर मॉड्यूल, मेगावॉट दर मेगावॉट। हमारा BESS, ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया में विस्तार हमें ऊर्जा संक्रमण के अग्रिम मोर्चे पर स्थापित करता है, जहाँ हम सतत समाधान का पूरा सेट प्रदान करने के लिए तैयार हैं।”

सोल एनर्जी ने वर्षों में 2.5 GW सौर क्षमता स्थापित की है और हाल ही में गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स (GSFC) के लिए 15 MW AC ग्राउंड-माउंटेड सौर परियोजना का चारंका में सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया है। इस परियोजना ने 98% प्रदर्शन अनुपात हासिल किया है, जो दुनिया के उच्चतम स्तरों में गिना जाता है और कोसोल की एक विश्वसनीय सौर EPC खिलाड़ी के रूप में पहचान को और मजबूत करता है।

पिछले 15 वर्षों में, कोसोल एनर्जी ने न केवल बड़ी ईपीसी और सरकारी कंपनियों को मेगावाट पैमाने के मॉड्यूल की आपूर्ति की है, बल्कि पूरे भारत में बड़े पैमाने पर सौर ईपीसी संयंत्र परियोजनाओं का भी क्रियान्वयन किया है। गुणवत्ता मानकों पर विचार करें तो कोसोल एनर्जी सौर उद्योग के दिग्गजों के बीच एक बेहद विश्वसनीय ब्रांड है।कोसोल एनर्जी विश्वस्तरीय सौर मॉड्यूल बनाती है, जिन्हें भारत की प्रसिद्ध सरकारी बिजली कंपनी एनटीपीसी द्वारा श्रेणी 1 प्रमाणित किया गया है।

कोसोल एनर्जी भारत में अपने पूरी तरह से स्वचालित रोबोट-आधारित विनिर्माण संयंत्र में उच्च-गुणवत्ता वाले कच्चे माल और विश्व-स्तरीय प्रक्रिया का उपयोग करके ऐसे विश्व-स्तरीय सौर मॉड्यूल बनाती है।

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