सीकर के दुकानदारों ने तंबाकू उत्पादों की बिक्री के लिये लाइसेंस अनिवार्य करने के प्रस्ताव को वापस लेने का आग्रह किया है। इस संदर्भ में आज सीकर के व्यापारिक सदस्यों ने नगर परिषद के आयुक्त एवं अध्यक्ष से मुलाकात कर तंबाकू उत्पादों के प्रस्तावित लाइसेंस अनिवार्य के निर्णय पर आज विरोध जताते हुऐ इस वापस लेने का आग्रह किया।
सीकर जिला संयुक्त व्यापार महासंघ के अनुसार, महामारी हमारे गरीब दुकानदारों को पहले ही बर्बाद और तबाह कर चुकी है। कोई भी नया कानून और कुछ नई क़ानूनी बाध्यताएं हमारे सदस्यो के छोटे से कारोबार को पूरी तरह से खत्म और बर्बाद कर देंगी। इस अव्हावरिक लाईसेंस प्रणाली से छोटे व्यापारियों का और अधिक शोषण होगा और हमारे सदस्यो का प्रशासनिक तंत्र द्वारा और अधिक उत्पीड़न होगा।
हम सीकर में तंबाकू उत्पाद बेचने वाले 5000 से अधिक व्यापारियों, छोटे खुदरा विक्रेताओं और पान वालों की सामूहिक आवाज का प्रतिनिधित्व करते हैं, चिंतित हैं औरआपके लाइसेंसप्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जताते है। यदि शहर में तंबाकू उत्पादों को बेचने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता अनिवार्य कर दी जाती है, तो यह कदम छोटे और सूक्ष्म खुदरा विक्रेताओं के 30000 परिवारजनों को भुखमरी की ओर ले जाएगा क्योंकि यह उनकी आजीविका को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा।
सीकर व्यापार महासंघ का कहना है कि “सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का निषेध और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण का विनियमन) अधिनियम 2003,COTPA के प्रावधान भारत में पहले से ही बहुत सख्त हैं । जैसे 85% वधानिक चेतावनी,18 साल , 100 मीटर, आदि I
अधिक कानूनों का मतलब होगा कि स्थानीय अधिकारियों को परेशान करने और भ्रष्टाचार को बढ़ाने के लिए अधिक मौके मिलेंगे, जिसकी सरकार को किसी भी परिस्थिति में अनुमति नहीं देनी चाहिए।
महोदया, हम जानते हैं कि आप प्रगतिशील अधिकारी हैं और प्रधानमंत्री जी व्यापार को आसान बनाने (“ईज ऑफ डूइंग बिजनेस”) और “उद्यमिता को बढ़ावा देने” की नीति को लागू करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। तद्नुसार हम बेहद विनम्र प्रार्थना करना चाहेंगे कि यह प्रस्तावित ” नगर के निर्दिष्ट क्षेत्रों के अंदर दुकानदारों द्वारा तंबाकू उत्पादों की बिक्री के निर्धारण, विनियमन और नियंत्रण के लिए लाइसेंस‘’आपकी सोच के ठीक विपरीत काम करेगा। इससे न तो व्यापार करने में कोई आसानी होगीऔर न ही यह किसी भी तरीके से हमारी उद्यमिता को बढ़ावा देगा।