झोटवाड़ा रेलवे विकास कार्यों पर कर्नल राठौड़ की बड़ी पहल

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रेलवे केवल यातायात का साधन नहीं है, बल्कि यह किसी भी क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति की धुरी होता है। बेहतर रेलवे कनेक्टिविटी से व्यापार को गति मिलती है, रोज़गार बढ़ता है और आम नागरिकों की जीवनशैली भी सुधरती है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक और राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने हाल ही में रेलवे विकास कार्यों को लेकर एक बड़ा कदम उठाया।

दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर उन्होंने झोटवाड़ा और आसपास के इलाकों के लिए लंबित पड़े रेलवे प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता देने की मांग रखी। इस पहल को जनता ने विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है।

बैठक में उठाए गए मुख्य मुद्दे

बैठक के दौरान कर्नल राठौड़ ने झोटवाड़ा क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इनमें प्रमुख बिंदु शामिल रहे:

1. कनकपुरा स्टेशन का विकास

  • कनकपुरा रेलवे स्टेशन को आदर्श स्टेशन के रूप में विकसित करने की मांग।
  • यात्री सुविधाओं जैसे वेटिंग हॉल, स्वच्छता, पेयजल और टिकटिंग सिस्टम को आधुनिक बनाने पर जोर। 

2. ROB/RUB निर्माण कार्य

झोटवाड़ा क्षेत्र में कई ऐसे रेलवे फाटक हैं जहां यातायात जाम और दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है। कर्नल राठौड़ ने इनके लिए लंबित ROB (रेलवे ओवर ब्रिज) और RUB (रेलवे अंडर ब्रिज) निर्माण कार्यों को जल्द शुरू करने और पूरा करने की मांग की। इनमें शामिल हैं:

  • सिरसी हाथोज लिंक रोड (LC-232)
  • बिन्दायका (KM-254)
  • धान्क्या (LC-235)
  • MDR-81 बेगस-पचार रोड (LC-239)
  • बोबास (LC-242)
  • आसलपुर (LC-243)
  • ढीढ़ा (LC-245) 

3. ट्रेनों का ठहराव

  • बोबास स्टेशन पर जयपुर–फुलेरा एक्सप्रेस (59629) और अन्य ट्रेनों के ठहराव की मांग।
  • इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन आसान होगा और छात्रों, किसानों व व्यापारियों को राहत मिलेगी। 

4. विद्युतीकरण और स्टेशन अपग्रेडेशन

  • बिन्दायका, श्योसिंहपुरा और ढीढ़ा जैसे नॉन-इलेक्ट्रिफाइड स्टेशनों का विद्युतीकरण
  • छोटे स्टेशनों पर बुनियादी यात्री सुविधाओं को बढ़ाने पर बल।

झोटवाड़ा की जनता के लिए लाभ

रेलवे विकास कार्यों के पूरे होने के बाद झोटवाड़ा और आसपास के गांवों की जनता को सीधे लाभ मिलेगा।

यात्रियों के लिए फायदे

  • सफर का समय घटेगा और ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी।
  • स्थानीय यात्रियों को जयपुर शहर और अन्य जिलों से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
  • छोटे कस्बों के लोग भी अब सीधे एक्सप्रेस ट्रेनों से लाभान्वित होंगे। 

व्यापार और उद्योग में तेजी

  • ROB/RUB निर्माण से लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट सुगम होंगे।
  • स्थानीय उद्योग जैसे कृषि उत्पाद और मार्बल उद्योग को बड़े बाजारों तक पहुँचने का लाभ मिलेगा।
  • ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को अपनी उपज समय पर शहरों तक पहुँचाने में आसानी होगी। 

रोजगार के अवसर

  • निर्माण कार्यों के दौरान स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा।
  • स्टेशन अपग्रेड और सेवाओं के विस्तार से स्थायी रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। 

राष्ट्रीय दृष्टिकोण: मोदी सरकार और रेलवे आधुनिकीकरण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार कहा है कि “रेलवे केवल यातायात का साधन नहीं, बल्कि भारत की विकास यात्रा का इंजन है।”

डबल इंजन की सरकार (केंद्र और राज्य में भाजपा) के अंतर्गत राजस्थान में रेलवे नेटवर्क को सशक्त बनाने की योजनाएँ लगातार चल रही हैं।

  • विद्युतीकरण से ईंधन लागत घटेगी और पर्यावरण संरक्षण होगा।
  • बुलेट ट्रेन और हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के विस्तार से देश की गति और बढ़ेगी।
  • स्टेशन पुनर्विकास योजना से यात्रियों को आधुनिक एयरपोर्ट जैसी सुविधाएँ मिलेंगी। 

कर्नल राठौड़ की पहल इन्हीं योजनाओं का स्थानीय विस्तार है।

जनता की आवाज़

झोटवाड़ा के नागरिकों ने इस पहल पर खुशी व्यक्त की।

  • स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि ROB/RUB बनने से सड़क जाम की समस्या खत्म होगी और व्यापार बढ़ेगा।
  • छात्रों का कहना है कि ट्रेनों के ठहराव से उन्हें जयपुर और अन्य जिलों तक पहुँचने में आसानी होगी।
  • ग्रामीणों ने कहा कि अब वे अपनी उपज बड़े बाजारों तक आसानी से बेच पाएंगे। 

चुनौतियाँ और समाधान

हालाँकि रेलवे विकास कार्य बड़े पैमाने पर लाभकारी हैं, लेकिन इनसे जुड़ी कुछ चुनौतियाँ भी सामने आती हैं:

  • भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में देरी।
  • बजट आवंटन और प्रशासनिक अड़चनें।
  • ठेकेदारों और अधिकारियों की लापरवाही। 

कर्नल राठौड़ ने इन चुनौतियों को स्वीकार करते हुए कहा कि “मैं जनता के साथ खड़ा हूँ। जब तक काम पूरा नहीं होता, मैं लगातार निगरानी रखूँगा।”

निष्कर्ष

झोटवाड़ा रेलवे विकास कार्यों पर कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की पहल केवल बुनियादी ढाँचा सुधारने का प्रयास नहीं है, बल्कि यह जनता की लंबे समय से चली आ रही मांगों का समाधान है।

कनकपुरा स्टेशन का अपग्रेडेशन, ROB/RUB निर्माण, ट्रेनों का ठहराव और विद्युतीकरण जैसे कदम झोटवाड़ा को एक नई पहचान देंगे। यह पहल झोटवाड़ा को विकसित राजस्थान 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगी।

जुड़े रहें कर्नल राठौड़ के साथ

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